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Is Paneer Better Than Chicken: पनीर दूध से बनाया जाता है और वेजिटेरियन लोगों के लिए यह कैल्शियम के साथ प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स होता है. अक्सर नॉन वेजिटेरियन लोग पनीर के बजाय चिकन खाना पसंद करते हैं. कई डिशेज में सिर्फ पनीर और चिकन का अंतर होता है. कुछ लोग सेहत के लिए पनीर को ज्यादा लाभकारी मानते हैं, तो कई लोग चिकन को ज्यादा पावरफुल मानते हैं. दोनों ही चीजें खूब खाई जाती हैं, लेकिन इसमें ज्यादा फायदा क्या खाने से मिल सकता है? अगर आप भी इस लेकर कंफ्यूज हैं, तो फैक्ट जान लीजिए.

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो पनीर और चिकन दोनों ही प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं और सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं. पनीर शाकाहारी विकल्प है, जो दूध से बनता है और इसमें प्रोटीन के साथ कैल्शियम, विटामिन डी और फैट की अच्छी मात्रा होती है. वहीं चिकन एक मांसाहारी विकल्प है, जिसमें प्रोटीन के अलावा विटामिन बी6, नियासिन और कम कैलोरी होती है. इसलिए दोनों को अपनी डाइट में शामिल करने के फायदे और सीमाएं समझना जरूरी है.

पनीर में फैट की मात्रा चिकन की तुलना में अधिक होती है, खासकर अगर आप फुल फैट वाला पनीर खाते हैं. इसके कारण पनीर से कैलोरी की अधिकता हो सकती है, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है, लेकिन पनीर में पाए जाने वाला कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है और मांसपेशियों के विकास में मदद करता है. इसके अलावा पनीर में कॉलेस्ट्रॉल भी कम होता है, जो दिल की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है.

चिकन प्रोटीन का एक शुद्ध और कम फैट वाला स्रोत है. यह मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक अमीनो एसिड प्रदान करता है. चिकन में विटामिन बी6 होता है, जो मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाता है और ऊर्जा उत्पादन में मदद करता है. इसके अलावा चिकन खाने से हृदय रोगों का खतरा कम होता है, बशर्ते कि इसे हेल्दी तरीके से पकाया जाए. अधपका या कच्चा चिकन सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है.

अगर वजन कम करना है या फिटनेस लक्ष्य पर काम कर रहे हैं, तो चिकन ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसमें कम कैलोरी और कम वसा होती है. पनीर शाकाहारियों के लिए एक बेहतरीन प्रोटीन विकल्प है, जो नॉनवेज नहीं खाते हैं. पनीर को सलाद, सब्ज़ी या सूप के साथ शामिल करके आप अपने भोजन को पोषण से भरपूर बना सकते हैं. चिकन को ग्रिल, बेक या स्टीम करके भी हेल्दी बनाया जा सकता है. पनीर कच्चा भी खाया जा सकता है, जबकि चिकन को कच्चा खाने की सलाह नहीं दी जाती है.

तला हुआ चिकन या पनीर स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है क्योंकि तले हुए खाद्य पदार्थों में ट्रांस फैट और कैलोरी ज्यादा होती है. वहीं उबला, ग्रिल्ड या भुना हुआ चिकन और बिना अधिक तेल वाला पनीर खाने से बेहतर परिणाम मिलते हैं. इसके अलावा अगर आपको कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, तो पनीर की मात्रा सीमित रखना बेहतर होता है. अगर आप शाकाहारी हैं तो पनीर एक जरूरी प्रोटीन स्रोत है. अगर आप मांसाहारी हैं और कम फैट वाला प्रोटीन चाहते हैं तो चिकन आपके लिए अच्छा विकल्प है. संतुलित आहार में दोनों का संयोजन भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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