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पीलीभीत : पीलीभीत में 23 दिसंबर को हुई मुठभेड़ के बाद से ही पीलीभीत पुलिस व जांच एजेंसियां तराई का खालिस्तानी लिंक खंगालने में जुटी हुई हैं. इसी बीच पुलिस को खालिस्तानी आतंकियों का स्थानीय मददगार मिल गया है, फिलहाल पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है. वहीं पुलिस आरोपी की रिमांड लेने की भी प्रयास कर रही है. पुलिस की पूछताछ में जसपाल ने सिद्धू के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं. पुलिस को शक है कि जसपाल के पास अभी भी कई राज हैं.
दरअसल, मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजनों को सौंपने के बाद से ही पीलीभीत पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है. पीलीभीत पुलिस के साथ ही साथ एटीएस और एनआईए की टीमें भी इलाके में सक्रिय हैं. बुधवार को पीलीभीत एसपी अविनाश पांडे ने मुठभेड़ मामले में सुराग तलशाने के लिए 12 टीमें गठित की थी. बुधवार को ही पूरनपुर स्थित होटल हर जी होटल में सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अतांकियो के वहां ठहरने की पुष्टि हुई थी. सीसीटीवी फुटेज की जांच पड़ताल के बाद यह स्पष्ट हुआ था कि 21 दिसंबर की रात 9:40 तक खालिस्तानी आतंकी होटल हर जी में ठहरे थे. वहीं आतंकियों के साथ 2 अन्य युवक भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए.
आतंकियों का पूरनपुर में गाइड था जसपाल
जांच पड़ताल के बाद पाया गया कि दोनों युवक इलाके के गजरौला जब्ती इलाके के निवासी हैं. पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में लेने के बाद कड़ी पूछताछ की थी. जिसमें गजरौला ज़ब्ती का रहने वाला जसपाल उर्फ सनी खालिस्तानी आतंकियों का मददगार पाया गया. लंदन में बैठे सिद्धू की फोन कॉल के बाद से ही सनी तीनों खालिस्तानी आतंकियों को पूरनपुर में गाइड कर रहा था. फिलहाल पूरनपुर पुलिस ने जसपाल उर्फ सनी का चालान कर उसे जेल भेज दिया है. वहीं पुलिस जसपाल को रिमांड पर भी लेगी जिससे पूरे मामले में कई अहम जानकारियां पुलिस के हाथ लग सकेगी.
जेल भेजा गया जसपाल
पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडे ने बताया कि पूछताछ में जसपाल ने कई अहम ख़ुलासे किए हैं. उसके ख़िलाफ़ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है.
FIRST PUBLISHED : December 28, 2024, 22:07 IST
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