[ad_1]
लखनऊ के नवाब नसीरुद्दीन हैदर के शासन में ईरान से आए एक महमूद नामक शख्स ने पहली बार अपनी रसोई में जिस रोटी को बनाया उसे ही शीरमाल रोटी कहते हैं, जो आज पूरी दुनिया भर में अलग अलग तरीके से बनाई जा रही है. यह रोटी दिल्ली की जामा मस्जिद के पास भी बनाई जाती है. इसे खाने के लिए इफ्तार के वक्त काफी भीड़ होती है.
[ad_2]
Source link
Author
diginzindia