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मंत्री के धरने से हड़कंप
अकबरपुर कोतवाली में धरने की खबर फैलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. सीओ प्रिया सिंह ने मंत्री को मनाने की कोशिश की, लेकिन वे एसपी को मौके पर बुलाने पर अड़ गईं. एसपी अरविंद मिश्रा के पहुंचने के बावजूद मंत्री उनसे बिना बात किए धरने पर डटी रहीं.
मंत्री ने कोतवाली प्रभारी सतीश सिंह पर भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब तक इंस्पेक्टर को हटाया नहीं जाएगा, धरना जारी रहेगा. मंत्री का कहना है कि ये योगी जी की सरकार है, यहां झूठे केस नहीं चलेंगे.
पुलिस करेगी जांच
मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि इंस्पेक्टर ने किसके दबाव में केस लिखा, इसकी जांच जरूरी है. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रशासनिक मनमानी बर्दाश्त नहीं होगी. उनके समर्थन में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोतवाली परिसर में नारेबाजी की.
मंत्री ने एसपी अरविंद मिश्रा से कहा कि मेरे भाई का नाम भी अरविंद है और आपका भी, इसलिए सामने आकर बात कीजिए. उन्होंने थाने में ही सार्वजनिक तौर पर मुद्दे को हल करने की मांग की.
धरने के पीछे सड़क निर्माण विवाद
धरने की जड़ बुधवार को हुए सड़क निर्माण विवाद से जुड़ी है. बदलापुर पुलिस लाइन के पीछे सड़क निर्माण कार्य को लेकर स्थानीय सभासद शमशाद खान ने काम रुकवा दिया था. मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य फिर से शुरू कराया. इस दौरान हाजी अबरार और शमशाद खान के बीच कहासुनी हो गई.
गुरुवार को एक दलित महिला ने मंत्री के पांच समर्थकों पर SC/ST एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद मंत्री भड़क गईं और कोतवाली में धरने पर बैठ गईं. उनका कहना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं को साजिश के तहत झूठे केस में फंसाया जा रहा है.
पुलिस और सत्ता पक्ष आमने-सामने
इस घटनाक्रम ने पुलिस प्रशासन और सत्ता पक्ष को आमने-सामने खड़ा कर दिया है. मंत्री ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे लिखे गए, तो वे थानों में धरना देकर विरोध करेंगी.
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