[ad_1]
लगातार संपर्क करने की कोशिश के बाद भी जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो शिवपास सिंह यादव इस बात से नाराज हो गए. जिसके बाद शिवपाल यादव ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से इस बात की शिकायत की. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने डीएम श्रुति सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था. नोटिस मिलने के बाद डीएम श्रुति सिंह को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने शिवपाल यादव को माफी मांग ली. आइए जानते है क्या है पूरा मामला और कौन हैं आईएएस श्रुति सिंह?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी कार्यकर्ता से जुड़े एक मामले में शिवपाल सिंह यादव ने कुछ महीने पहले बुलंदशहर डीएम श्रुति सिंह को कॉल किया. श्रुति के निजी सहायक (PRO) ने फोन तो उठाया, लेकिन शिवपाल यादव की डीएम श्रुति सिंह से बात नहीं हो सकी. नेताजी ने उनके पर्सनल नंबर पर भी फोन किया, लेकिन बुलंदशहर डीएम ने कॉल रिसीव नहीं की. इतना ही नहीं, सपा जिलाध्यक्ष मतलबू अली भी शिवपाल यादव का संदेश लेकर डीएम के पास पहुंचे. लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ.
डीएम श्रुति सिंह के रवैये से भड़क गए शिवपाल
डीएम श्रुति सिंह के इस रवैये को देखकर शिपाल यादव भड़क गए. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पहले फोन पर, फिर लिखित शिकायत भेजते हुए इस मामले को विशेषाधिकार हनन समिति में रखने का आग्रह किया. विधानसभा अध्यक्ष ने शिवपाल की सीनियॉरिटी और उनके राजनीतिक कद को ध्यान में रखते हुए तत्काल डीएम को नोटिस जारी कर दिया. नोटिस जारी होते ही राज्य शासन से लेकर सीएम ऑफिस तक हलचल मच गई. वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को शांत कराने की कोशिश की.
चूंकि, मामला शिवपाल यादव जैसे वरिष्ठ नेता से जुड़ा था, इसलिए सीधे तौर पर कोई हल नहीं निकल पाया. इसके बाद डीएम श्रुति सिंह ने शिवपाल यादव से फोन पर बात की और माफी मांगी. डीएम ने मामले की जिम्मेदारी अपने PRO नितेश रस्तोगी पर डालते हुए कहा कि उन्हें सूचित ही नहीं किया गया था कि कॉल शिवपाल यादव की थी. नतीजतन, पीआरओ को तत्काल पद से हटा दिया गया. बाद में शिवपाल ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर यह स्पष्ट किया कि वह डीएम की सफाई से संतुष्ट हैं और अब किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं चाहते. इस पत्र के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मामला बंद कर दिया.
कौन हैं आईएएस श्रुति सिंह? (Shruti Singh IAS Kon Hai)
श्रुति सिंह, 2011 बैच की यूपी कैडर की IAS अधिकारी हैं. वो मूल रूप से पंजाब की रहने वाली हैं. श्रुति ने कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में B.Tech किया है और फिर अपने पहले ही प्रयास में 16वीं रैंक से UPSC पास कर IAS बनीं है. यूपी में उन्हें अपर मिशन निदेशक (NHM), नोएडा की एडिशनल CEO, बलरामपुर व फतेहपुर की डीएम जैसी जिम्मेदारियों पर तैनात किया गया. वर्तमान में वे बुलंदशहर की जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं.
[ad_2]
Source link