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मुंबई. ‘प्यार का पंचनामा’, ‘प्यार का पंचनामा 2’ और ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ ऐसी फिल्में रही हैं, जिन्होंने युवा दर्शकों को अपनी तरफ खींचा था. लव रंजन ने निर्देशक के तौर इस तरह की फिल्मों पर पकड़ बना ली है और इसी कड़ी में इस हफ्ते वे ‘तू झूठी मैं मक्कार’ लेकर आए हैं. वे इस बार प्यार और कॉमेडी के तड़के के साथ रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर की फ्रेश जोड़ी को दर्शकों के सामने लेकर आए हैं. होली के मौके पर रिलीज हुई यह फिल्म मनोरंजन का कितना रंग घोल पाएगी आइए, जानने की कोशिश करते हैं….

कहानी: फिल्म की कहानी कॉमेडी, लव और मस्ती के साथ शुरू होती है. शुरुआत में मिकी रणबीर कपूर और डबास अनुभव सिंह बस्सी एक ब्रेकअप करवाते दिखते हैं. मिकी बड़े घराने का लड़का है और डबास उसका सबसे अच्छा दोस्त हैं. बिजनेस संभालने के साथ ही मिकी कपल्स के ब्रेकअप करवाने का काम भी करत है और इसमें उसका साथ डबास देता है. डबास की शादी इवेंट के दौरान मिकी की मुलाकात टिनी श्रद्धा कपूर से होती है और फिर यहां से प्यार की गाड़ी चलती है. कहानी तब घुमती है जब टिनी ब्रेकअप प्लान करती है और इसके लिए अनजाने में मिकी को ही कॉल करती है.

डायरेक्शन : पहले हाफ में मस्ती, स्किन शो, कॉमेडी, नाच गाना भरा हुआ है. इसके बाद सैकंड हाफ में फिल्म इमोशनल दुनिया में गोते लगाती है. कुछ टर्न और ट्विस्ट के साथ कहानी आगे बढ़ती है. डायरेक्शन की बात करें तो लव रंजन ने अपनी शुरुआती फिल्मों के ​जरिए युवावर्ग की नब्ज पकड़ी थी. लेकिन लगता है वे फिक्स पैटर्न को पकड़कर बैठ गए हैं. ‘​तू झूठी…’ को देखते हुए उनकी कार्तिक आर्यन स्टारर फिल्में याद आती हैं. किरदार अलग हैं ​लेकिन कहानी कहने का अंदाज वही है.

TJMM Movie Review: होली की मस्ती में श्रद्धा-रणबीर ने बिखेरा प्यार का रंग, सैकंड हाफ इमोशनल राइड

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एक्टिंग : एक्टिंग की बात की जाए तो रणबीर कपूर अपने हर किरदार के साथ न्याय करने में सफल रहते हैं. उनकी मेहनत पर्दे पर नजर आती है. लवर बॉय के रूप में वे पर्दे पर जमते हैं. वहीं, लंबे गैप के बाद नजर आईं श्रद्धा कपूर अपनी ग्लैम स्टाइल से आकर्षित करती हैं. बिकिनी लुक पर हॉल में सीटियां भी बजती हैं. अनुभव सिंह बस्सी अपने स्टैंडअप अंदाज में ही नजर आए हैं. फिल्म में बोनी कपूर और डिम्पल का अंदाज भी ठीक है. वहीं, सरप्राइज एलिमेंट के तौर पर कार्तिक आर्यन और नुसरत भरूचा भी नजर आते हैं.

एडिटिंग: मॉर्डन अप्रोच के साथ बुना गया यह लव ड्रामा थोड़ा बिखराव लिए हुए है. कहानी का फ्लो ऐसा नहीं है कि दर्शक अंत तक जुड़ाव महसूस कर सकें. फिल्म की एडिटिंग लूज है, अकीव अली और चेतन सोलंकी फिल्म में और कसावट लेकर आ सकते थे. फिल्म के गाने ​ठीक ठाक हैं, जिनमें मस्ती​ दिखती है. गानों को पहले से ही चार्टबस्टर में जगह मिल चुकी है. फिल्म में कुछ मुद्दे भी उठाने की कोशिश की गई है लेकिन ये बेवजह ठूसे हुए से प्रतीत होते हैं.

देखें या नहीं: यदि आप श्रद्धा कपूर और रणबीर कपूर के फैन हैं तो यह रॉम कॉम देखने जा सकते हैं. होली वीकेंड पर यदि टाइम पास करना हो तो लव रंजन की इस फिल्म को ट्राय कर सकते हैं.

डिटेल्ड रेटिंग

कहानी :
स्क्रिनप्ल :
डायरेक्शन :
संगीत :

Tags: Film review, Ranbir kapoor, Shraddha kapoor

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