[ad_1]
Last Updated:
UP News: उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के नए वेरिएंट की पहचान के लिए योगी सरकार ने सीटी वैल्यू 25 से कम वाले सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने के निर्देश दिए हैं. गाजियाबाद और नोएडा पर विशेष नजर रखते हुए सभी जिल…और पढ़ें

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक.
हाइलाइट्स
- उत्तर प्रदेश में कोविड-19 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी.
- गाजियाबाद और नोएडा पर विशेष नजर रखी जाएगी.
- सीटी वैल्यू 25 से कम वाले सैंपल भेजे जाएंगे.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोविड-19 मामलों की निगरानी और वायरस के नए वेरिएंट की पहचान के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है. राज्य सरकार ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) को निर्देश जारी किए हैं कि जिन कोविड-19 सैंपलों की साइकिल थ्रेशोल्ड (सीटी) वैल्यू 25 से कम है, उन्हें जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाए. इस कदम का उद्देश्य वायरस के विभिन्न स्ट्रेन और म्यूटेशन को ट्रैक करना है, ताकि महामारी से निपटने में और प्रभावी रणनीति बनाई जा सके.
हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कोविड-19 के नए मामले सामने आए हैं, जिनमें गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इन दोनों जिलों में बढ़ते मामलों को देखते हुए विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों, जैसे गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, सहारनपुर, मेरठ और अलीगढ़ से सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB) भेजे जाएंगे. वहीं, अन्य जिलों के सैंपल लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे.
जीनोम सिक्वेंसिंग की प्रक्रिया और महत्व
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए केवल उन सैंपलों को चुना जाएगा, जिनकी सीटी वैल्यू 25 से कम होगी, ताकि अधिकतम सीक्वेंस कवरेज सुनिश्चित हो सके. यह प्रक्रिया वायरस के नए वेरिएंट्स, जैसे डेल्टा या ओमिक्रॉन, की पहचान करने में मदद करती है. सिक्वेंसिंग के जरिए यह पता लगाया जा सकता है कि कौन सा वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है या वैक्सीन की प्रभावशीलता पर इसका क्या असर पड़ रहा है.
सीएमओ को सख्त निर्देश
राज्य सरकार ने सभी सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि वे कोविड-19 की टेस्टिंग, निगरानी और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को और तेज करें. खास तौर पर गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में टेस्टिंग बढ़ाने और पॉजिटिव सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं. इसके अलावा, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए भी कहा गया है.

Principal Correspondent, Lucknow
[ad_2]
Source link