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यूपी बोर्ड में हिंदी के छात्र मॉडल पेपर से तैयारी करें. कम समय में अधिक नंबर लाने का सबसे सटीक मूलमंत्र है. इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षा फरवरी माह से शुरु होकर मार्च महीने तक चलेगा. थोड़े समय में छात्र मॉडल ट्रि…और पढ़ें

UP Board Exam Model Paper : यूपी बोर्ड 10वीं के हिंदी विषय का मॉडल पेपर यहां देखें, तैयारी के साथ अच्छे नंबर लाने में मिलेगी मदद

प्रतीकात्मक तस्वीर

कक्षा 10 वीं (हाईस्कूल)
विषय : हिंदी
समय : तीन घंटे 15 मिनट
पूर्णाक : 70

खण्ड अ (बहुविकल्पीय प्रश्न)

1. शुक्ल युग के लेखक नहीं हैं.

(1) जयशंकर प्रसाद    (2) रामचंद्र शुक्ल     (3) प्रेमचंद      (4) भारतेंदु हरिश्चंद्र

2. ‘पूस की रात’ कहानी के लेखक है.

(1) जयशंकर प्रसाद      (2) प्रेमचंद      (3) सुदर्शन     (4) यशपाल

3. ‘सिंदूर की होली’ के नाटककार है:

(1) जयशंकर प्रसाद      (2) रामकुमार वर्मा      (3) लक्ष्मीनारायण मिश्र      (4) हरिकृष्ण ‘प्रेमी’

4. ‘रूस में पच्चीस मास’ यात्रावृत्त के लेखक हैं:

(1) डॉ. नगेंद्र      (2) प्रभाकर माचवे      (3) रामवृक्ष बेनीपुरी     (4) राहुल साकृत्यायन

5. ‘माटी हो गयी सोना’ संस्मरण के लेखक हैं.

(1) कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’      (2) देवेन्द्र सत्यार्थी      (3) माखनलाल चतुर्वेदी      (4) रामवृक्ष बेनीपुरी

6. रीतिकाल को ‘अलंकृत काल’ किस विद्वान ने कहा है ?

(1) विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने      (2) मिश्रबंधुओं ने      (3) रामचंद्र शुक्ल ने      (4) जॉर्ज ग्रियर्सन ने

7. निम्नलिखित में से कौन-सी कृति रीतिकालीन कवि देव की नहीं है?

(1) कविप्रिया      (2) भाव विलास      (3) भवानी विलास     (4) रस विलास

8. ‘भारतेंदु युग’ की विशेषता (प्रवृत्ति) नहीं है.

(1) राष्ट्रीयता की भावना      (2) सामाजिक चेतना का विकास      (3) अंग्रेजी शिक्षा का विरोध      (4) काव्यभाषा के रूप में खड़ी बोली का प्रयोग

9. 1943 ई. में प्रकाशित ‘तारसप्तक’ का संपादन किसने किया ?

(1) रामविलास शर्मा      (2) सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’      (3) प्रभाकर माचवे      (4) गिरिजा कुमार माथुर

10. ‘राम की शक्तिपूजा’ किसकी रचना है?

(1) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’       (2) जयशंकर प्रसाद       (3) रामनरेश त्रिपाठी       (4) महादेवी वर्मा

11. “हाथी जैसी देह है, गैंडे जैसी खाल, तरबूजे-सी खोपड़ी, खरबूजे से गाल।

उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है?

(1) वीर रस      (2) श्रृंगार रस      (3) करुण रस      (4) हास्य रस

12. “उस काल मारे क्रोध के, जन काँपने उनका लगा। बानी हवा के बैंग से, सोता हुआ सागर जगा ।।

उपर्युक्त रेखांकित पंक्ति में कौन-सा अलंकार है ?

(1) उपमा अलंकार      (2) रूपक अलंकार      (3) उत्प्रेक्षा अलंकार       (4) श्लेष अलंकार

13. “जो सुमिरत सिधि होइ, गननायक करिबर बदन । करउ अनुग्रह सोइ, बुद्धि रासि सुभ गुन सदन ।।

उपर्युक्त पंक्तियों में प्रयुक्त छंद है:

(1) सोरठा      (2) रोला      (3) दोहा      (4) कुण्डलिया

14. निम्नलिखित में से किस शब्द में ‘अनु’ उपसर्ग का प्रयोग नहीं हुआ है?

(1) अनुकरण      (2) अनुत्तीर्ण      (3) अनुशासन      (4) अनुवाद

15. ‘नीलकण्ठ’ समस्तपद में प्रयुक्त समास है:

(1) द्वंद्व      (2) द्विगु      (3) बहुब्रीहि      (4) अव्ययीभाव

16. ‘बादल’ का पर्यायवाची शब्द नहीं है.

(1) नीरद      (2) अंबुद       (3) जलज       (4) जलद

17. ‘युष्मद् (तुम) सर्वनाम शब्द का तृतीया एकवचन रूप है.

(1) युवाम्      (2) त्वत्      (3) त्वया      (4) तुभ्यम्

18. ‘आँधी आबी और हम घर भागने लगे। रचना के आधार पर इस वाक्य का प्रकार है:

(1) सरल वाक्य      (2) संयुक्त वाक्य      (3) मिश्र वाक्य     (4) इनमें से कोई नहीं

19. ‘महात्मा बुद्ध ने विश्व को शांति का संदेश दिया।’ इस वाक्य का वाच्य बताइए :

(1) कर्तृवाच्य      (2) भाववाच्य      (3) कर्मवाच्य      (4) इनमें से कोई नहीं

20. ‘वह अचानक चला गया।’ वाक्य में प्रयुक्त ‘अचानक’ पद का व्याकरणिक परिचय है:

(1) संज्ञा     (2) सर्वनाम     (3) क्रिया-विशेषण     (4) क्रिया

खण्ड ब

(वर्णनात्मक प्रश्न)

21. निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश पर आधारित सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए.

(क) कुसंग का ज्वर सबसे भयानक होता है. यह केवल नीति और सद्वृत्ति का ही नाश नहीं करता, बल्कि बुद्धि का भी क्षय करता है. किसी युवा पुरुष की संगति यदि बुरी होगी, तो वह उसके पैरों में बंधी चक्की के समान होगी, जो उसे दिन-दिन अवनति के गड्‌ढे में गिराती जाएगी और यदि अच्छी होगी तो सहारा देने बाली बाहु के समान होगी, जो उसे निरंतर उन्नति की ओर ले जाएगी.

(1) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए.      (2) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए.      (3) कुसंग की तुलना किससे की गयी है?

अथवा

(ख) ईर्ष्या की बड़ी बेटी का नाम निंदा है. जो व्यक्ति ईर्ष्यालु होता है, वहीं व्यक्ति बुरे किस्म का निंदक भी होता है. दूसरों की निंदा वह इसलिए करता है कि इस प्रकार दूसरे लोग जनता अथवा मित्रों की आँखों से गिर जाएँगे और तब जो स्थान रिक्त होगा, उस पर अनायास में ही बैठा दिया जाऊँगा.

(1) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए.      (2) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए.      (3) ईर्ष्यालु व्यक्ति दूसरों की निंदा क्यों करता है ?

22. निम्नलिखित में से किसी एक पचांश पर आधारित सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

(क) ऊधौ जाहु तुमहि हम जाने.स्याम तुमहि हाँ कौ नहिं पठयौ, तुम ही बीच भुलाने.
ब्रज नारिनि सौं जोग कहत हाँ, बात कहत न लजाने.बड़े लोग न विवेक तुम्हारे, ऐसे भए अयाने.
हमसों कही लई हम सहि कै, जिय गुनि लेह सयाने.कहँ अबला कहूँ दसा दिगंबर, मष्ट करौ पहिचाने.
साँच कहौ तुमकौ अपनी सौं, बूझति बात निदाने.सूर स्याम जब तुमहिं पठायौ, तब नैकहूं मुसकाने.

(1) उपर्युक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए.      (2) पद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए.      (3) ‘ब्रज नारिनि सी जोग कहत हौं, बात कहत न लजाने’ से क्या तात्पर्य है ? स्पष्ट कीजिए.

अथवा

(ख) चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूंथा जाऊँ.चाह नहीं प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ.
चाह नहीं सम्म्राटों के शव पर हे हरि डाला जाऊँ.चाह नहीं देवों के सिर पर चहूँ भाग्य पर इठलाऊँ.
मुझे तोड़ लेना बनमाली,उस पथ में देना तुम फेंक.
मातृ-भूमि पर शीश चढ़ाने,जिस पथ जावें बीर अनेक.

(1) उपर्युक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए.     (2) पद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए.     (3) पुष्प वनमाली के समक्ष अपनी कौन-सी इच्छा (चाह) प्रकट करता है.

23. नीचे दिए गए संस्कृत गद्यांश में से किसी एक का संदर्भ-सहित हिन्दी में अनुबाद कीजिए:

(क) वाराणस्यां प्राचीनकालादेव गेहे गेहे विद्यायाः दिव्यं ज्योतिः द्योतते. अधुनाऽपि अत्र संस्कृतबाग्धारा सततं प्रवहति, जनानां ज्ञानम्ब वर्द्धयति. अत्र अनेके आचार्याः मूर्धन्याः विद्वांसः वैदिकवाङ्मयस्य अध्ययने अध्यापने च इदानीं निरताः न केवलं भारतीयाः अपितु वैदेशिकाः गीर्वाणवाण्याः अध्ययनाय अत्र आगच्छन्ति निःशुल्कं च विद्यां गृह्णन्ति.

अथवा

(ख) एकदा बहवः जनाः धूमयानम् (रेल) आरुह्य नगरं प्रति गच्छन्ति स्म. तेषु केचित् ग्रामीणाः केचिच्च नागरिकाः आसन् मौन स्थितेषु तेषु एकः नागरिकः ग्रामीणान् उपहसन् अकथयत् \”ग्रामीणाः अद्यापि पूर्ववत् अशिक्षिताः अज्ञाश्च सन्ति. न तेषां विकासः अभवत् न च भवितुं शक्नोति.\” तस्य तादृशं जल्पनं श्रुत्वा कोऽपि चतुरः ग्रामीणः अन्नवीत् \”भद्र नागरिक. भवान् एव किंञ्चित् ब्रवीतु यतो हि भवान् शिक्षितः बहुज्ञः च अस्ति.\” इदम् आकर्ण्य स नागरिकः सदर्प ग्रीवाम् उन्नमय्य अकथयत्, \”कथयिष्यामि, परं पूर्व समयः विधातव्यः\”

24. नीचे दिए गए संस्कृत पद्यांश में से किसी एक का संदर्भ-सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए.

(क) सार्थः प्रवसतो मित्रं किस्विन् मित्रं गृहे सतः.आतुरस्य च किं मित्र किंस्विन् मित्रं मरिष्यतः

अथवा

(ख) बन्धनं मरणं वापि जयो वापि पराजयः.उभयत्र समो वीरः वीर भावो हि वीरता.

28. अपने पठित खण्डकाव्य के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए:

(क) (1). ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के आधार पर महात्मा गाँधी का चरित्र-चित्रण कीजिए.
(2) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग का सारांश लिखिए.

(ख ) (1). ‘ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए.
(2) ‘ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य के आधार पर जवाहरलाल नेहरू का चरित्र-चित्रण कीजिए.

(ग) (1). ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के आधार पर श्रीकृष्ण का चरित्र-चित्रण कीजिए.
(2) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग का सारांश अपने शब्दों में लिखिए.

(घ) (1) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग ‘लक्ष्मी’ का सारांश लिखिए.
(2) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए.

(ङ) (1) : ‘जय सुभाष खण्डकाव्य के आधार पर उसके नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए.
(2) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के प्रथम सर्ग की कथाबस्तु लिखिए.

(च) (1): ‘कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के आधार पर कैकेयी का चरित्र-चित्रण कीजिए.
(2) ‘कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग ‘राजभवन’ की कथावस्तु लिखिए.

(छ) (1).’तुमुल’ खण्डकाव्य का सारांश अपने शब्दों में लिखिए.
(2) ‘तुमुल’ खण्डकाव्य के आधार पर मेधनाद का चरित्र-चित्रण कीजिए.

(ज) (1). ‘मातृ-भूमि के लिए’ खण्डकाव्य के नायक चन्द्रशेखर आज़ाद का चरित्र-चित्रण कीजिए.
(2) ‘मातृ-भूमि के लिए’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग (बलिदान) की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए.

(झ) (1). ‘कर्ण’ खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए.
(2) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य के आधार पर कर्ण का चरित्र-चित्रण कीजिए.

26. (क) दिए गए लेखकों में से किसी एक लेखक का जीवन-परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उद्देख कीजिए.

(1). आचार्य रामचंद्र शुक्ल      (2) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद      (3) पदुमलाल पुत्रालाल बख्शी      (4) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

(ख) दिए गए कवियों में से किसी एक कवि का जीवन परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए.

(1) महाकवि मुरदास      (2) बिहारीलाल      (3) मैथिलीशरण गुप्त      (5) सुभद्रा कुमारी चौहान

27. अपनी पाठ्य पुस्तक के संस्कृत खण्ड से कण्ठस्थ एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्न-पत्र में न आया हो.

28. आपके विद्यालय के पुस्तकालय में हिन्दी की पुस्तकों एवं पत्र-पत्रिकाओं का अभाव है. इन्हें मंगाने का अनुरोध करते हुए अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए.

अथवा

अखिल भारतीय बाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार विजेता मित्र को एक बधाई-पत्र लिखिए.

29. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए.

(1) चन्द्रशेखरः कः आसीत् ?      (2) बीरः केन पूज्यते ?     (3) वाराणसी नगरी कस्याः नद्याः कूले स्थिता ?      (4) ज्ञानं कुत्र सम्भवति ?

30. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए.

(1) जल है तो कल है.     (2) मेरे सपनों का भारत      (3) सड़क सुरक्षा, जीवन-रक्षा      (4) सांप्रदायिकता: एक अभिशाप     (5) जीवन में कम्प्यूटर का महत्त्व

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यहां पर देखें हिंदी का मॉडल पेपर, तैयारी में मिलेगी मदद, मिलेंगे जबरदस्त नंबर

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