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नोएडा प्राधिकरण ने अंतरिक्ष डेवलपर्स और जीएस प्रमोटर्स पर कड़ी कार्रवाई की है. अंतरिक्ष पर 227.96 करोड़ का बकाया है, जबकि जीएस पर सूचना छिपाने का आरोप है.

ग्रेटर नोएडा में दो बिल्डरों के खिलाफ प्राधिकरण का सख्त एक्शन
हाइलाइट्स
- नोएडा प्राधिकरण ने अंतरिक्ष डेवलपर्स से 227.96 करोड़ की वसूली की.
- जीएस प्रमोटर्स पर सूचना छिपाने के आरोप में FIR दर्ज की गई.
- प्राधिकरण ने बिल्डरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए.
ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के नोएडा प्राधिकरण ने दो प्रमुख बिल्डरों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है, जिससे पूरे राज्य में चर्चा का माहौल है आपको बता दें, अंतरिक्ष डेवलपर्स के खिलाफ बकाया वसूलने के लिए आरसी जारी की गई है, जबकि जीएस प्रमोटर्स के खिलाफ सार्वजनिक सूचना पर स्याही पोतने के आरोप में FIR दर्ज कराई जा रही है.
नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष डेवलपर्स एंड प्रमोटर्स को सेक्टर 78 में 49918.95 वर्ग मीटर जमीन आवंटित की गई थी, लेकिन बिल्डर ने प्लॉट की लागत का पैसा प्राधिकरण में जमा नहीं किया. इसके बावजूद प्राधिकरण ने कई बार नोटिस जारी किए. इसके बाद, अमिताभ कांत की सिफारिश पर शासनादेश के तहत 21 दिसंबर 2023 को बिल्डर को कोविड-19 के लिए जीरो पीरियड का लाभ दिया गया था.
बिल्डरों की लापरवाही, अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी
बकाया राशि का आकलन करने के बाद बिल्डर को 25% धनराशि जमा करने के लिए कहा गया था, लेकिन वह भी अब तक जमा नहीं किया गया. इसके परिणामस्वरूप, 28 फरवरी 2025 तक बिल्डर पर लगभग 227.96 करोड़ रुपये का बकाया हो गया है. इस पर प्राधिकरण ने बकाया वसूली के लिए जिला अधिकारी गौतम बुद्ध नगर को पत्र लिखा है.
इन जगहों पर सार्वजनिक सूचना पर हुई स्याही की पोताई
वहीं, जीएस प्रमोटर्स को ग्रुप हाउसिंग जीएच 1 सी सेक्टर 78 में भूखंड आवंटित किया गया था, लेकिन बिल्डर ने अब तक प्राधिकरण का बकाया पैसा जमा नहीं किया. इसके चलते प्राधिकरण ने बिल्डर की सोसाइटी के बाहर 30 अप्रैल 2024 तक बकाया जमा करने का सार्वजनिक सूचना का बोर्ड लगाया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया निरीक्षण में यह पाया गया कि इस बोर्ड पर काली स्याही पोत दी गई थी. इस पर प्राधिकरण ने बिल्डर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी.
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