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Varanasi Ganga Dussehra 2025: गंगा दशहरा पर वाराणसी के घाटों पर देव दीपावली जैसा नजारा दिखेगा. दशाश्वमेध घाट पर 11 ब्राह्मणों द्वारा महाआरती और 21 कन्याओं की उपस्थिति में मां गंगा की पूजा होगी. घाटों को दीपों स…और पढ़ें

काशी के घाट पर महाआरती का होगा आयोजन
हाइलाइट्स
- गंगा दशहरा पर काशी में देव दीपावली जैसा नजारा दिखेगा.
- दशाश्वमेध घाट पर 11 ब्राह्मणों द्वारा महाआरती होगी.
- 5 जून की शाम घाटों पर सांस्कृतिक आयोजन होंगे.
वाराणसी : गंगा दशहरा का महापर्व काशी में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार गंगा दशहरा पर काशी के घाटों पर देव दीपावली जैसा नजारा देखने को मिलेगा. दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की महाआरती होगी और दीप जलाए जाएंगे. यह नजारा यहां आने वाले लाखों पर्यटकों को धरती पर स्वर्ग जैसी अनुभूति कराएगा. दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगोत्री सेवा समिति इसकी तैयारियों में जुटी है.
समिति से जुड़े पंडित दिनेश शंकर दुबे ने बताया कि काशी के घाटों पर हर दिन मां गंगा की आरती होती है, लेकिन साल में सिर्फ दो बार महाआरती का आयोजन किया जाता है. गंगा दशहरा के महापर्व पर दशाश्वमेध घाट पर 11 ब्राह्मणों द्वारा मां गंगा की भव्य महाआरती होगी और इस आरती में 21 कन्याएं रिद्धि-सिद्धि के रूप में मौजूद रहेंगी. 5 जून की शाम यह नजारा श्रद्धालु और पर्यटकों को घाटों पर देव दीपावली के उत्सव की अनुभूति कराएगा.
अष्टधातु की दुर्लभ प्रतिमा का श्रद्धालु करेंगे
इस दिन महाआरती के साथ घाटों को दीपों से सजाया जाएगा. इसके साथ ही अष्टधातु की 108 किलो की मां गंगा की भव्य प्रतिमा के दर्शन भी इस दिन श्रद्धालु कर पाएंगे. इस प्रतिमा को खूबसूरत फूलों से सजाया जाएगा.
51 लीटर दूध से होगा अभिषेक
महाआरती से पहले मां गंगा का षोडशोपचार विधि से पूजन भी होगा. इस दौरान 51 लीटर दूध से मां गंगा का दुग्धाभिषेक किया जाएगा. इसके साथ ही शाम होते ही घाटों पर सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे, जो देर शाम तक चलते रहेंगे. दशाश्वमेध घाट के अलावा राजेंद्र प्रसाद, अस्सी और अन्य घाटों पर भी कई आयोजन होंगे.
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