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आपको जानकर हैरानी होगी कि 80 फीसदी लोग ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण और खतरों के बारे में नहीं जानते हैं. ऐसे में सवाल है कि आखिर ब्रेन स्टोक के लक्षण क्या हैं? माइंड डिस्टर्ब हो तो क्या करें? ब्रेन स्टोक के कारण और बचाव क्या हैं? इस बारे में News18 को बता रहे हैं अपोलो हॉस्पिटल नोएडा के सीनियर न्यूरो सर्जन डॉ. अजय कुमार प्रजापति-
न्यूरोसर्जन डॉ. अजय कुमार कहते हैं कि, स्ट्रोक के दौरान हार्ट या किसी अन्य ऑर्गन से क्लॉट ब्रेन में पहुंच जाता है, जिससे ब्लड की सप्लाई बाधित हो जाती है. ऐसी स्थिति में ब्रेन की सेल्स डैमेज होना शुरू हो जाती हैं. चूंकि, ब्रेन स्ट्रोक अचानक होता है और व्यक्ति को 4-5 घंटे के अंदर ट्रीटमेंट न मिले, तो उसके शरीर का कुछ हिस्सा पैरालाइज हो सकता है. यही नहीं, कुछ गंभीर स्थिति में लोगों की मौत भी हो जाती है. जो लोग हार्ट डिजीज या डायबिटीज से जूझ रहे हैं, उन्हें स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा होता है.
एक्सपर्ट के मुताबिक, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हार्ट डिजीज, ब्लड डिजीज, स्मोकिंग, हाई कोलेस्ट्रॉल और तनाव स्ट्रोक की मुख्य वजह होती हैं. कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स यानी गर्भनिरोधक गोलियां खाने की वजह से स्ट्रोक होने का खतरा काफी बढ़ जाता है. हार्मोन थेरेपी और ज्यादा स्टेरॉयड लेने से भी स्ट्रोक के मामले सामने आते हैं. अत्यधिक अल्कोहल का सेवन भी स्ट्रोक का खतरा पैदा कर सकता है. गंभीर बीमारियों से स्ट्रोक का रिस्क बढ़ जाता है.
डॉक्टर के मुताबिक, जब मन अशांत हो, तो इसे शांत करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. जैसे- शारीरिक और मानसिक रूप से सक्रिय रहना, ध्यान लगाना, सकारात्मक सोचना, वर्तमान में जीना, शांत संगीत सुनना, और अरोमाथेरेपी का उपयोग करना कुछ प्रभावी तरीके हैं. इसके अलावा, गहरी सांसें लेना और सामाजिक रूप से जुड़े रहना भी मददगार हो सकता है.
ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के उपाय?
- स्मोकिंग बंद कर दें
- डायबिटीज कंट्रोल रखें
- हाइपरटेंशन कंट्रोल रखें
- हार्ट डिजीज का प्रॉपर ट्रीटमेंट
- कोलेस्ट्रॉल लेवल न बढ़ने दें
- अल्कोहल का सेवन न करें
- स्टेरॉइड्स बिल्कुल न लें
- गर्भनिरोधक गोलियां न खाएं
- हेल्दी डाइट और खुद को फिट रखें
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